Saturday 12 May 2007

'ना माया मिला ना राम'

उत्तर प्रदेश चुनावो के रिजल्ट आ गए है । बसपा के कार्यकर्ता मायावती कि ताजपोशी कि तैयारियों मे लगे है । आम जनता भी इस बार काफी खुश दिख रही है, आम लोगो मे जो मायावती के विरोधी है वो भी एक बार कह देते है कि चलो इस बार देख लेते है कही प्रदेश कि तस्वीर मे कोई तब्दीली आ ही जाये । ये उस जनता के विचार है जो बदते अपराध और अराजकता से ट्रस्ट आ चुकी थी । देखते है क्या होता है अपने उत्तर प्रदेश का ।

सबसे हास्यास्पद स्थिति है भाजपा कि । राम मंदीर के नाम पर वोट लेटी आ रही भाजपा का साथ इस बार सवर्णों नेक्या छोड़ा पर्त्य हो गयी चारो खाने चीत । आब राम को भूलोगे भैया तो ये तो होगा ही । इस बार भाजपा ने दो नावो कि सवारी करने कि सोच रखी थी कि सीडी वगैरह बाँट कर कुछ १०० के आस-पास सिट लेकर फिर करेंगे मायावती के साथ सौदा । लेकिन भैया ये है उत्तर प्रदेश कि जनता । इसने सिखा दिया ना सबक । कब तक उल्लू बनाओगे भाई, अब हाथ मलने से क्या होने वाला है । इसी दो नावो कि सवारी मे आप के हाथ मे अब ना माया रही ओर ना ही अब अपके राम नाम के नारे पर किसी को विश्वास होगा ।

1 comment:

Raj partap said...

BJP ki mitti palit karne me UP ki janta ne sarahniye yogdan diya hai .Abbhi bi agar BJP ke leaders ki aankh nahi khuli to inki halat bhi cnongress ke jaisi hone me der nahi lagegi.


BJP APNE HOSH ME AA JAO NAHI TO GARDISH KE BADAL TUMHARE MUKHMANDAL KE UPAR CHHANE HI WALE HI HAI