Saturday 5 January 2008

अगर आप आतंकी नहीं हैं तो आइडेंटिटी कार्ड जेब में रखें।

अगर घर से बाहर निकलते वक्त पर्स और आइडेंटिटी कार्ड छूट जाने की आपकी आदत हो तो अपनी आदत को ज़रा बदल लें। और अगर आप देश कि राजधानी दिल्ली में रह रहे हैं तब तो इस आदत से छुटकारा पाना आपके लिए बेहद जरुरी हो गया है। वरना ये आदत किसी दिन आपको बहुत महंगा पर सकता है। राजधानी में आतंकवाद के बढ़ते ख़तरे से निपटने के लिए पुलिस वालों को ये आदेश दिया गया है कि वे जब भी चाहें किसी भी व्यक्ति को रोककर उससे उसकी पहचान पत्र माँग सकते हैं। और नहीं पाए जाने पर उसके बारे में जांच करना जरूरी है। अगर आपकी आदत देर रात तक इधर-उधर घूमने की है तब तो ये आपके लिए बेहद जरुरी हो जाता है।

हाल के वर्षों में जिस तरह से आतंकियों की सक्रियता दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में बढ़ी है उससे निपटना पुलिस के लिए काफी चुनौतीपूर्ण हो गयी है। वो भी एक ऐसे शहर में जहाँ डेढ़ करोड़ से ज्यादा लोग रहते हैं। तो आप जब भी घर से निकले अपना पर्स भले ही छोड़ दें लेकिन अपना पहचान पत्र जरुर जेब में डाल लें। देशभर में आतंकी हमलों के बढ़ते खतरे के मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी में पुलिस 15 जनवरी से किसी भी नागरिक की कभी भी पहचान से जुड़ी जांच कर सकती है। ऐसे में पुलिस के मांगने पर उन्हें पहचान के रूप में ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, पासपोर्ट, राशन कार्ड, ऑफिस का आइ कार्ड या दूसरा कोई ऐसा प्रमाण दिखाना पड़ सकता है। ऐसे लोग जिनके पास कोई भी आइडेंटिटी कार्ड नहीं है वे पुलिस अधिकारोयों से मिलकर अपने लिए कार्ड बनवा सकते हैं।

2 comments:

राज भाटिय़ा said...

जनाब यह ठीक हे हमारे यहा अगर आप का आइडेंटिटी कार्ड आप के पास नही ओर पुलिस ने आप को चेक कर लिया तो ४०,०० € जुर्मना पक्का, फ़िर यह सब तो हमारी रक्षा के लिय़ ही तो हे,कानुन की इज्जत हम सभी को करनी चहिये.

दिनेशराय द्विवेदी said...

आतंकवादी की आइडेण्टिटी कार्ड बनाने वाले भी कुछ तै मिल ही जाऐंगे। पहले से भी बनवा रखा हो सकता है।