(इन्टरनेट पर खबरों की ख़ाक छानते एक खबर हाथ लगी- सैकडों किलोमीटर दूर स्थित भगवान के दर्शन अब इन्टरनेट पर सुलभ। इसके लिए बस पैसा पे करिए और हो जायेगी आपके नाम की पूजा. मतलब दाम चुकाईये और भगवान की कृपा के हक़दार बनिए. इसके लिए अब तीर्थयात्रा के तमाम कष्ट भी नहीं उठाने होंगे... इस खबर पर कुछ पंक्तियाँ लिखने से खुद को नहीं रोक सका।)
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कण-कण में हैं विधमान इश्वर
ऐसा सुना था हमने
अपने पुरखो से...
लेकिन आज इन्टरनेट की खाक छानते
कुछ एक्सक्लूसिव जानकारियां हाथ लगी
कि अब
अतिआधुनिक युग आ गया है
और भगवान ने भी
मिला लिया है समय से कदम
भक्तो तक पहुँच बनाने के लिए
मंदिर से निकल पड़े हैं भगवान
और
आ गए हैं कंप्यूटर में
बस एक माउस दबाने की जरूरत है
और हो जायेगी उनकी पूजा
इसके लिए अब नहीं करनी होगी
हजारो किलोमीटर की यात्रायें और
अब सच होने वाली है
ये कहावत कि
कण-कण में है भगवान
(वैसे आप ऐसे कह सकते हैं-माउस-माउस में हैं भगवान)!
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धनकुबेरों और वीआइपीज के पीछे
मंदिरों की लाइनों में लगकर
थक चुका भक्त भी
अब जागरूक हो चुका है
उसने भी थाम लिया है
इन्टरनेट का दामन
सीधे पहुँच बना ली है उसने
अपने भगवान तक
और घर बैठे अब उसके पास
पहुँचने लगे हैं प्रसाद
अब तीर्थयात्राओं के लिए
उसे नहीं जोड़ने पड़ते एक-एक पाई
अब भगवान आपके हैं और
आप भगवान के!
2 comments:
काश भगवान इतने आसानी से मिल जाते। अच्छा पोस्ट। बेहतर की कोशिश जारी रहे।
सादर
श्यामल सुमन
09955373288
www.manoramsuman.blogspot.com
shyamalsuman@gmail.com
... bahut khoob ... prabhaavashaali abhivyakti !!!
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