Monday 4 February 2008

लंदन में दिवाली मनाना तो अच्छा लगता है...

एक हैं राज ठाकरे। महाराष्ट्र की राजनीति में जगह बनाने के लिए ये इन दिनों काफी उछ्ल-कूद मचाये हुए है। कारण हैं इन्हें खुद को बाला साहब ठाकरे के समान कद बनाना है। लेकिन इन्हें इस काम के लिए अब तक सही मौका नहीं मिल पाया है। लेकिन अब उन्होने ये मौका खोज लिया है। अपनी रणनीति के तहत पहले दिन उन्होने मुम्बई में उत्तर प्रदेश दिवस मनाने पर ऐतराज़ जताया और अगले दिन लगे हाथों अमिताभ बच्चन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। और तीसरे दिन का इनका कारनामा ये रहा की भोजपुरी कार्यक्रम का प्रदर्शन कर रहे एक थियेटर पर हमला करने के लिए अपनी senaa की tukdii लेकर पहुंच गए।

हम पहले इनके पहले दिन के बयान की बात करेंगे। राज ठाकरे ने कहा कि मुम्बई में आकर उत्तर प्रदेश दिवस मनाना गलत है। राज जी आपने कभी लंदन में दिवाली मनाने का विरोध तो नहीं किया और ना ही किसी अमेरिकी सदन में वेद मंत्रों के उच्चारण पर हाय-तौबा machaaii। हालांकि वहाँ कई सरफिरे हैं जो वहाँ रह रहे हिन्दुओं को दिवाली मनाने का अधिकार देने का विरोध करते हैं। राज जी आपको भारत के संविधान में यहाँ के नागरिकों को मिले अधिकार को एक बार याद दिलाना चाहूंगा। भारतीय संघ का संविधान यहाँ रहने वाले हर नागरिक को देश के किसी भी हिस्से में जाकर रहने और अपने इक्छानुसार धर्म का पालन करने और roji-रोटी के लिए काम-dhandhe का अधिकार देता है। आपके हाय-तौबा मचाने से इसमें कोई बदलाव नहीं आने जा रहा है।

अब आऊँगा अमिताभ बच्चन के मसले पर। तो उनका नाम लेकर राज अपना कद बढाना चाह रहे हैं। अमिताभ सुपर स्टार हैं और उन्हें जितना मुम्बई के लोग मानते हैं उतना ही उत्तर प्रदेश के लोग भी और उतना ही बिहार के लोग भी। रही बात उत्तर प्रदेश से उनके लगाव की तो मैं याद दिलाना चाहूँगा की हमारा देश उन लोगों का भी स्वागत करता है जिनके पूर्वज सदियों पहले सूरीनाम, फिजी, मारीशस जैसे देशों में जाकर बस गए थे। आप तो एक देश के लोगों के बीच भेद पैदा करना चाहते हैं वो भी ऐसे शहर में जहाँ के ३० फीसदी लोग उत्तर भारतीय इलाकों से आये हुए हैं। और वहाँ की व्यवस्था में अच्छी-खासी पैठ रखते हैं। अमिताभ जी का janm उत्तर प्रदेश के alahaabaad में हुआ था और अगर उन्हें मुम्बई के alavaa उत्तर प्रदेश से भी लगाव है तो इसे aitraaj करने लायक maslaa कहना hasyaspad prayas माना जाएगा।............................जय भारत.

1 comment:

दिनेशराय द्विवेदी said...

सुंदर आलेख, सही समय पर। पोस्ट कमेंटस के फोन्ट कलर को ठीक करें। नहीं दिख रहा है।