Tuesday, 6 January 2009

आतंकियों से कड़ी सजा मिलनी चाहिए रेपिस्टों को...

कल राजधानी दिल्ली से सटे नोएडा शहर में एक घटना घटी। दिल्ली की रहने वाली एक युवती वहां अपने मित्र के साथ घुमने गई थी. वहां कुछ लड़कों ने (मैं शायद ग़लत हूँ क्यूंकि उन्हें लड़का कहना ग़लत होगा-क्यूंकि लड़के किसी के भाई होते हैं या किसी के बेटे) उसे अगवा कर लिया. उसे उसी के कार में उठा ले गए और चलती कार में उसके साथ उन्होंने बलात्कार किया. वो लड़की युवा थी और एमबीए की छात्रा थी. इस अपराध में शामिल कुछ लड़के पकड़े भी गए हैं और शायद उन्हें सजा भी मिल जाए. लेकिन इससे इस समस्या का कोई हल होता हुआ नज़र नहीं आता. वे लड़के कौन थे मुझे नहीं मालूम लेकिन क्या इनके इस करतूत से उस परिवार की बदनामी नहीं होगी जिनके ये सपूत रहे होंगे और जिस परिवार ने इन सपूतों के जन्म पर मिठाइयां बांटी होगी. अब मजबूरी में वे परिवार अपनी बदनामी का दाग धोने में लग गए होंगे और कुछ इस मामले को दबाने में भी.


ऐसा नहीं है कि दिल्ली और आस-पास के शहरों में ये इस तरह कि कोई पहली घटना है. ऐसे मामले यहाँ हमेशा होते रहते हैं. ऐसे सपूत पता नहीं कितने घरों ने पैदा किए हैं. कितने ऐसे सपूत अपनी जिंदगी जेल में काट रहे हैं और कई अपने सुकर्मों की सजा काटकर वापस फ़िर से अपने परिवार का नाम रोशन करने के लिए लौट आयें हैं. और ऐसा भी नहीं है कि आगे से ऐसे सपूत सामने नहीं आएंगे. बलात्कार के आरोपियों को कड़ी सजा देने की मांग न जाने कितने समय से हो रही है. लेकिन ये सब किताबी बातें हैं और किताबों में ही सिमट कर रह गई है और अगर ऐसा करने वालों को सजा मिली भी तो बाकी लोगों को इससे रोकने में शायद ही कामयाबी मिल पाई. सच कहें तो ऐसे लोग देश के लिए आतंकवादियों से भी ज्यादा खतरनाक हैं. आतंकवादियों के लिए पोटा और अन्य कानून बनने की मांग करने वाले इस देश में इन सपूतों के लिए भी कड़े कानून की जरुरत है ताकि ये किसी की जिंदगी तबाह न कर सकें और अगर ऐसी गलती कर भी दे तो फ़िर से आजाद होकर जीने की उम्मीद न कर पायें. ताकि ये किसी के लिए खतरा नहीं बन सकें और अपने परिवार के मुंह पर कालिख न पोत पायें...

2 comments:

Anonymous said...

There parents will get some Lawyers like our Mr. Dineshrai Diwedi (full of positive energy) who will prove that boys are innocent.

बबलू said...

जी हां आपकी बात पूरी तरह से सच है। ये घटनाएं किसी एक लड़की के साथ नहीं पूरे समाज के पर कलंक है। पर हम इसे दूसरे के घर का मामला मानकर कुछ नहीं कहते। इसका जमकर विरोध होना चाहिए। मेरा ब्लाग- http://babloobachpan.blogspot.com/