Wednesday 10 October 2007

महान चे ग्वेरा आज भी जिन्दा है।...

महान क्रांतिकारी चे ग्वेरा की चालिस्वी पुन्यातिथी पर पुरी दुनिया याद कर रही है । मेरे लिए तो इस इन्सान का व्यक्तित्व दुनिया में सबसे ज्यादा प्रेरणादायक रही है । महज ३३ साल की उमर में ये इन्सान क्यूबा का उद्योग मंत्री बन चुका था , चाहता तो एक सम्पन्न जिन्दगी जीं सकता था। लेकिन इसने उसे ठुकरा कर जंगल में रहकर गरीबों के अधिकार की लड़ाई लड़ने का रास्ता चुना । बहुत ज्यादा नही जनता इस इन्सान के बारे में मैं लेकिन बहुत prayas karta huu कि इसकी सख्शियत को पहचानी जाये। इसने एक ऐसी लातिन अमेरिका बनैने का प्रयास किया जो आज हुगो चवेज के ब्राजील, फिदेल कास्त्रो के क्यूबा और लूला दी सिल्वा के वेनेजुएला के रुप में सामने आया है। इतना बड़ा अमेरिका है । जो पुरी दुनिया पर राज कर रहा है लेकिन वही बगल में ये सारे देश आज आज़ाद सोच रखते है ।

सब उस आज़ाद ख़्याल क्रान्ति के बेटे की देन्न है। सलाम तुजे और तेरे हिम्मत को।

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