उत्तर प्रदेश में मायावती चौथी बार मुख्यमंत्री बन गयी है और एक बार फिर वहा के अपराधियों में हरकंप मच गया है । अपने उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने का दावा करने वाले हमारे नेता जी कि टोली तो जैसे गायाब ही हो गयी है । जब मायावती कि ताजपोशी हो रही थी हमारे नेताजी को छोड़कर उस टोली का कोई भी नेता हाजीर नही था । अपनी मीडिया वालो कि भाषा भी बिल्कुल बदली हुई दिख रही है । चुनंव पूर्व तक मायावती कि चर्चा करने से भी कतराने वाली हमारी ये मीडिया अब माया के मायाजाल मे उलझी दिख रही है । उनके जन्म से लेकर पुरी उनकी जीवनी तलाशने में हमारे पत्रकार भई लोग मशगूल है ।
उत्तर प्रदेश की शान में हमेशा कशीदे गढने वाले हमारे बडे भईया और छोटे भईया भी एकदम से गयाब दिख रहे है । चलिये बडे भईया तो ठहरे अभिनेता लेकिन अपने वो छोटे भईया तो जैसे दूज के चांद ही हो गए है । मतों कि गिनती के एक दिन पहले दिखे थे उसके बाद तो जैसे रिजल्ट आने का समय आया मीडिया वाले दिनभर उन्हें खोजते रहे लेकिन अपने भाई साहब तो जैसे अबतक कही दिखी ही नही दे रहे है ।
उधर नेताजी के सारे के सारे मंत्री जी लोग भी अपने सारे कागजात ग़ायब कराने में लग गए है । अब भाई जब सत्ता हाथ से चली ही गयी है तो उसके कुछ सबूत पीछे छोड़ने कि कोई गलती कैसे कर सकता है ।
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