Friday, 28 September 2007

कप जीत कर लाओ, फिर कुछ मांगो

अभी हाल ही मे हमारे कापर मंत्री जी का बयाँ आया था विदर्व के किसानो को लेकर । उन्होने गुजरात के किअसनो कि प्रसंषा करते हुए कहा था की वे बडे मेहनती है। और विदर्व के किसान कामचोर। इसी कारन विदर्व के किसान आत्महत्या करते है। एक और बयाँ आया है कर्णाटक के मुख्यमंत्री जी का । हॉकी खिलारी जब नाराज हो भूख हरताल पर जाने लगे तो सी एम् साहब ने कहा की वर्ल्ड कप लाओ तो क्रिकेट खिलारिओं कि तरह इन्नाम बतेंगे । दोनो बयाँ एकदम बराबर लगते हैं।

किसानो की बात उठी है तो कहते चले कि ट्वेंटी-२० वर्ल्ड कप जीत कर लौटी टीम इंडिया के स्वागत के लिए मुम्बई में जो नेताओ का जो मंच सजा था । उस मंच पर सबसे आगे बी सी सी आई के अध्यक्ष और देश के कृषि मंत्री साहब सबसे आगे मंच पर विराजमान थे । अब कल को कही वो भी नही कह दे कि भाई किसान लोग सरकार से हमेशा कुछ ना कुछ मांगते रहते हो। कभी कोई वर्ल्ड कप जीत कर लाओ फिर सरकार से मदद मांगने आना । नेता जी को कप उठा कर फोटो खिचाने से फुर्सत मिलेगी तभी तो किसानो के बारे में सोचेंगे ना।

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